Sunday 19 February 2017

नास्तिक लेकिन भले
आस्तिक और नास्तिक की परिभाषा तो आपने सुनी ही होगी। भगवान में विश्वास करने वाला आस्तिक, और ना करने वाला नास्तिक कहलाता है। लेकिन जो भगवान पर ना विश्वास करके इंसानियत पर विश्वास करे, सृष्टि पर विश्वास करे और इस सृष्टि में बसे जीव-जंतुओं से प्यार करे वह नास्तिक नहीं हो सकता।
नास्तिक नहीं हैं ऐसे लोग
शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति चाहे भगवान के दर पर माथा ना टेकता हो, लेकिन किसी गरीब या भूखे-प्यासे जीव की सहायता कर दे उसे दुनिया का हर सुख प्राप्त होता है।